
- September 29, 2025
- आब-ओ-हवा
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आब-ओ-हवा – अंक - 36
भाषाओं के साथ ही साहित्य, कला और परिवेश के बीच पुल बनाने की इस कड़ी में गांधी जयंती और शास्त्री जयंती पर दो महापुरुषों को विशेष नमन (चित्र रत्नाकर देशपांडे के इंस्टाग्राम से साभार)। इधर चर्चित लेखक व कवि विनोद कुमार शुक्ल को मिली रॉयल्टी के संदर्भ में जो बहस खड़ी है, एक विश्लेषण। साहित्य, कला, शिक्षा आदि से संबद्ध नियमित ब्लॉग्स अपने रंग, तेवर के समावेश के साथ हैं ही। अक्टूबर में जन्मे कमलकांत सक्सेना, निदा फ़ाज़ली जैसे पुरखे रचनाकारों को याद करने की मंशा भी। ग़ज़ल की क्लास भी, किताबों की चर्चाएं भी, कुछ फ़िल्मी यादें भी और साहित्य उत्सवों का जायज़ा भी…
प्रसंगवश
खिड़की में दीवार बनाने की ख़ुराफ़ात में लोग : अशोक शर्मा
ऐसे ईमानदारी के आइकन बने लाल बहादुर शास्त्री : विवेक रंजन श्रीवास्तव
राम राज्य का अर्थ हिन्दू राज्य नहीं : मधूलिका श्रीवास्तव
मुआयना
ब्लॉग : हम बोलेंगे (संपादकीय)
इतने साहित्य उत्सव..! तमाशा मेरे आगे : भवेश दिलशाद
ब्लॉग : तख़्ती
बूढ़े भी सीखें ढलना : आलोक कुमार मिश्रा
गुनगुनाहट
ब्लॉग : पोइट्री थेरेपी
कविता से इलाज : कुछ केस स्टडीज़ : रति सक्सेना
ब्लॉग : समकाल का गीत विमर्श
नवगीत क्या है? : राजा अवस्थी
ब्लॉग : गूंजती आवाज़ें
मेरे अस्तित्व की लघुता और कमलकांत सक्सेना जी : सलीम सरमद
ब्लॉग : तरक़्क़ीपसंद तहरीक की कहकशां
धूप में निकलो घटाओं में नहाकर देखो : जाहिद ख़ान
ग़ज़ल रंग
ब्लॉग : शेरगोई
क़ाफ़िया कैसे बांधें : भाग-1 : विजय स्वर्णकार
ब्लॉग : ग़ज़ल: लौ और धुआं
ज़माने की बात को अपनी बात बनाने का शऊर : आशीष दशोत्तर
किताब कौतुक
ब्लॉग : क़िस्सागोई
द्वितीय विश्वयुद्ध का कथानक और आज के संदर्भ : नमिता सिंह
ब्लॉग : उर्दू के शाहकार
हिंदी और उर्दू दोनों का शाहकार उपन्यास : डॉ. आज़म
सदरंग
ब्लॉग : उड़ जाएगा हंस अकेला
राजेश रोशन का राग पहाड़ी में संगीतबद्ध अनूठा भजन : विवेक सावरीकर ‘मृदुल’
ब्लॉग : पक्का चिट्ठा
व्यंग्य में फैंटेसी- प्रभावकारी व्यंजना : अरुण अर्णव खरे
ब्लॉग : कला चर्चा
कलाकार का सपना- चित्र देख सब कहें, यह सुनीला का है : प्रीति निगोसकर
ब्लॉग : कुछ फ़िल्म कुछ इल्म
हिन्दी सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार : मिथलेश रॉय
