
चंबल इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल 2025: ग्वालियर में दो दिन सिनेमा और पर्यटन पर होगा फ़ोकस
ताकि यहां फिल्में बनें और चंबल के कलाकारों को मिले उड़ान
पंचनद/ग्वालियर। चंबल क्षेत्र की पहचान को नयी उड़ान देने वाला चंबल इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल इस बार 13 और 14 अक्टूबर 2025 को जीवाजी विश्वविद्यालय, गालव सभागार में आयोजित होने जा रहा है। बीते 16 साल से यह आयोजन औरैया, इटावा, जालौन, धौलपुर और ग्वालियर में लगातार होता आया है। इस साल की थीम है ‘सिनेमा और पर्यटन’, जो चंबल क्षेत्र में फ़िल्म और पर्यटन के ज़रिये रोज़गार और विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
फ़ेस्टिवल का पोस्टर जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफ़ेसर राजकुमार आचार्य ने जारी किया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से न सिर्फ़ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि फ़िल्म परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय और ग्रामीण प्रतिभाओं को भी पंख लगेंगे।
स्कूल ऑफ़ स्टडीज़ इन टूरिज़्म एंड ट्रैवल मैनेजमेंट, जेयू की विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर राधा तोमर ने बताया कि फ़ेस्टिवल में चार सत्रों में चंबल की समृद्ध परंपरा पर विषय विशेषज्ञ मंथन करेंगे। साथ ही दो दिन के आयोजन में सेमिनार, फ़ोटो प्रदर्शनी, पुस्तक विमोचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फ़िल्म निर्माण कार्यशाला और देश-विदेश की सरोकारी फ़िल्मों का प्रदर्शन होगा। उनका कहना है कि यह फ़ेस्टिवल चंबल को वैश्विक फ़िल्म पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने का ऐतिहासिक क़दम साबित होगा।

कार्यक्रम संयोजक देवी सिंह राठौर ने कहा कि पिछले सोलह वर्षों से यह फ़ेस्टिवल चंबल की सकारात्मक पहचान को उजागर करने का लगातार प्रयास कर रहा है। अब यह आयोजन विश्व के फ़िल्मकारों के बीच एक सेतु बनकर क्षेत्र को नयी पहचान दे रहा है।
पोस्टर रिलीज़ के दौरान आयोजन समिति के लोकेंद्र भदौरिया, विष्णु वृद्धि, अनूप शर्मा और सुरजीत राजावत समेत अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।
—प्रेस विज्ञप्ति
