क्या कहती हैं पाकिस्तान की इन लेखकों की कहानियां?

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. क्या कहती हैं पाकिस्तान की इन लेखकों की कहानियां?           ‘मसरूफ़ औरत’ दो वर्ष पहले रेख़्ता पब्लिकेशन द्वारा...

ज़रूरी सामाजिक प्रश्न उठाते हैं अवधेश प्रीत

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. ज़रूरी सामाजिक प्रश्न उठाते हैं अवधेश प्रीत             ‘नृशंस’ हमारे समय के प्रतिष्ठित और वरिष्ठ पत्रकार अवधेश...

मैं कौन हूँ! पुराना सवाल नये ढंग से पूछता ‘काकुलम’

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. मैं कौन हूँ! पुराना सवाल नये ढंग से पूछता ‘काकुलम’              भरत प्रसाद का उपन्यास ‘काकुलम’ पिछले...

तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने               युवा लेखक सलीम सरमद साहित्य के गंभीर अध्येता...

द्वितीय विश्वयुद्ध का कथानक और आज के संदर्भ

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. द्वितीय विश्वयुद्ध के कथानक में आज के संदर्भ                  मेरे एक मित्र ने, जो हमारे...

वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’              प्रतिष्ठित कथाकार हरियश राय का उपन्यास ‘दहन’ पढ़ा,...

‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. ‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां             हरि मृदुल का कथा संग्रह ‘हंगल साहब ज़रा हंस...

हमज़मीन: व्यवस्था के अंतर्विरोध और प्रतिरोध की कहानियां

नमिता सिंह की कलम से…. हमज़मीन: व्यवस्था के अंतर्विरोध और प्रतिरोध की कहानियां               अवधेश प्रीत एक वरिष्ठ और प्रतिष्ठित कथाकार हैं। लंबे...

एक बार फिर सुधा अरोड़ा की कहानियों से गुज़रते हुए

नमिता सिंह की कलम से…. एक बार फिर सुधा अरोड़ा की कहानियों से गुज़रते हुए               हमारे समय की बेहद विशिष्ट कथाकार सुधा...

जद्दोजहद, पुनर्वास, विस्थापन… आज के समाज का उपन्यास

जद्दोजहद, पुनर्वास, विस्थापन… आज के समाज का उपन्यास                हिंदी की जानी-मानी लेखिका प्रज्ञा का उपन्यास ‘कांधों पर घर’ कुछ समय पहले प्रकाशित...