सितार पर राग - कैनवास पर रंग

सितार पर राग – कैनवास पर रंग

ग्वालियर में एक अनूठा कला आयोजन होने से पहले ही चर्चाओं में है। सितार पर शास्त्रीय संगीत की प्रस्तुति होगी और जिस तरह सितार की तरंगित होगा, उसी के अनुसार चित्रकार कैनवास को रंगों से सज्जित करेंगे। यदि आप चित्रकार हैं और इस तरह के प्रयोग में रुचि रखते हैं, तो राग रंग के इस आयोजन में आप भी बतौर प्रतिभागी जुड़ सकते हैं।

ग्वालियर से संचालित सदाशय मंच राग और रंग का यह आयोजन 25 मई 2025 को करने जा रहा है। मंच के संयोजक और वरिष्ठ चित्रकार धृतिवर्धन गुप्त ने बताया कि यह आयोजन ख्यातिनाम सितारवादक स्व. प्रमोद बापट एवं चित्रकार-कलागुरु स्व. एल.एस. राजपूत की स्मृति में होगा और दोनों साधकों को रचनात्मक रूप से श्रद्धासुमन अर्पित किये जाएंगे।

मंच के इस आयोजन में एक सत्र में अधिकतम दस चित्रकार शिरकत कर सकेंगे जबकि सितारवादन एक ही कलाकार द्वारा किया जाएगा। इसमें सितार पर बज रहे राग को महसूस करते हुए चित्रकार को अपनी अमूर्त अनुभूतियों को मूर्त रूप देना होगा। सितार वादक या फिर सितार आदि की अनुकृति नहीं बनानी है। इस विचार और तैयारी के साथ चित्रकारों को आमंत्रित किया जा रहा है।

रागों की अनुभूति – रंगों से अभिव्यक्ति के इस प्रयोगधर्मी उत्सव में कलाकारों से अपनी भागीदारी शीघ्र सुनिश्चित करने का आह्वन किया गया है। धृतिवर्धन गुप्त के वाट्सऐप नंबर 9300080023 पर इस बाबत संपर्क किया जा सकता है। बताया गया है कि संगीत और कला के इस सम्मिलन में चित्रकारों को कैनवास और रंग सदाशय मंच की ओर से प्रदान किये जाएंगे। बाद में सभी प्रतिभागियों को मानपत्र, शॉल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित भी किया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *