हफ़्ते भर की ख़बर (आब-ओ-हवा वीकली न्यूज़लेटर) कंटेंट : भवेश दिलशाद, आकांक्षा, ग़ज़ाला तबस्सुम “रोज़ाना कम से कम एक गीत सुनें, एक अच्छी कविता पढ़ें, एक सुंदर तस्वीर देखें,...
वैन गॉफ़: पूंजीवाद-विरोधी कलाकार वैन गॉफ़ की “द पटैटो ईटर्स” अपेक्षाकृत अलग है उस धारणा से जो उनकी ज़्यादा लोकप्रिय पेंटिंग के बारे में हमारी रही है। यह पेंटिंग...
‘हृदय दीप’ को बुकर पुरस्कार, बानू और दीपा को बधाई हार्ट लैम्प, हिंदी अनुवाद ‘हृदय दीप’, हिंदोस्तानी अनुवाद किया जाये तो ‘दिल का दीया’ या उर्दू अनुवाद करें तो...
विजय शाह बनाम अली ख़ान महमूदाबाद दो मामले इन दिनों सुर्ख़ियों में हैं। ये आपस में जुड़े तो नहीं हैं लेकिन इन्हें जोड़कर ही देखने समझने की ज़रूरत बनी...
फ़ैज़ को गाना देशद्रोह! और क्या-क्या हम देखेंगे? शेक्सपियर, ऑस्कर वाइल्ड, डब्ल्यू.एच. ऑडन, जॉर्ज ऑरवेल या थॉम्पसन को अगर आपने पढ़ा, उन पर बातचीत की तो आपको देशद्रोही माना...
मैंने आत्महत्या क्यों नहीं की ? (‘एकालाप‘ का संदर्भ : बादल सरकार लिखित और निखिल महाजन निर्देशित टेलिथिएटर ‘बाक़ी इतिहास‘… इस नाटक में एक पात्र है सीतानाथ जो आत्महत्या...
गुजरात समाचार का क़सूर क्या? एक बार फिर प्रेस की आज़ादी सुर्खियों में आ गयी है। यूट्यूबरों, पोर्टलों के बाद अब एक 93 साल पुराने अख़बार के ख़िलाफ़ दमनात्मक...