शिक्षा नीति को समझें

शिक्षा नीति को समझें            औपचारिक शिक्षा व्यवस्था की पूरी इमारत खड़ी ही इस आधार पर है कि वह नयी पीढ़ी में बदलते समय के अनुकूल क्षमताओं या क़ाबिलियत...

मैं तो दरिया हूं, समंदर में उतर जाऊंगा

मैं तो दरिया हूं, समंदर में उतर जाऊंगा            अहमद नदीम क़ासमी एक हरफ़न-मौला अदीब थे। उनके चाहे अफ़साने देख लीजिए, चाहे गज़ल़ें-नज़्में, पंजाब के देहातों की सुंदर अक्कासी...

कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-2

कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-2 …पिछले अंक से जारी             पिछले सत्तर साल से जिसे कविता कहा जा रहा है, उसकी उपस्थिति समाज में शून्य है। और विनोद कुमार शुक्ल...

स्त्री-पराधीनता का प्रामाणिक दस्तावेज़

स्त्री-पराधीनता का प्रामाणिक दस्तावेज़            इन दिनों बुकर पुरस्कार से सम्मानित कन्नड़ लेखिका बानू मुश्ताक़ का कहानी-संग्रह ‘हार्ट लैम्प’ चर्चा में है। बानू मुश्ताक़ कन्नड़ भाषा की जानी-मानी प्रतिष्ठित...

दिलीप कुमार: आवाज़ का जादू

दिलीप कुमार: आवाज़ का जादू          हिंदी फिल्मों के प्रेमी यह जानते ही होंगे कि वर्ष 1957 में ऋषिकेश मुखर्जी ने फ़िल्म ‘मुसाफ़िर’ के साथ अपनी निर्देशकीय पारी शुरू...

मुहब्बत कर लो जी, कर लो अजी किसने रोका है

मुहब्बत कर लो जी, कर लो अजी किसने रोका है           एक थे सरदार दलीप सिंह, उनका सही नाम दिलीप सिंह था पर वे अपने को दलीप सिंह ही...
  • June 30, 2025
  • आब-ओ-हवा

अंक – 30

आब-ओ-हवा – अंक – 30 भाषाओं के साथ ही साहित्य, कला और परिवेश के बीच पुल बनाने की इस कड़ी में विशेष तौर से पढ़िए हिंदी साहित्य पट्टी के...

पुस्तक ‘अर्थों का ताबूत’ | पुस्तकालय ‘शब्दों का श्मशान’

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...