November 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार 42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल! पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. 42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल! पहली बार 1958 में प्रकाशित ‘ख़ुदा की बस्ती’... और पढ़े
November 14, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार शायरी की आलोचना पर पहली व यादगार किताब पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. शायरी की आलोचना पर पहली व यादगार किताब यह पुस्तक सर्वप्रथम “शेर-ओ-शायरी” नाम से लिखी गयी... और पढ़े
October 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार आज भी मिसाल है यह 200 साल पुरानी किताब पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. आज भी मिसाल है यह 200 साल पुरानी किताब सैयद इंशा अल्लाह ख़ान “इंशा” और मिर्ज़ा... और पढ़े
October 15, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार बानो की जादूगरी, जादुई यथार्थवाद का मशहूर उपन्यास नियमित ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. बानो की जादूगरी, जादुई यथार्थवाद का मशहूर उपन्यास “राजा गिद्ध”, ये बानो क़ुदसिया और उर्दू अदब... और पढ़े
September 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार हिंदी और उर्दू दोनों का शाहकार उपन्यास नियमित ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. हिंदी और उर्दू दोनों का शाहकार उपन्यास ‘गोदान’, मुंशी प्रेमचंद के इस नॉवेल का... और पढ़े
September 14, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार पीटर वॉटकिन्स बने पतरस बुखारी और उर्दू हुई मालामाल पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. पीटर वॉटकिन्स बने पतरस बुखारी और उर्दू हुई मालामाल प्रथम प्रकाशन 1930 में “मज़ामीन-ए-पतरस”। अहमद... और पढ़े
August 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार राजिंदर सिंह बेदी का पहला और आख़िरी नॉविल पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. राजिंदर सिंह बेदी का पहला और आख़िरी नॉविल ‘एक चादर मैली-सी’ (प्रकाशन वर्ष 1962) राजिंदर... और पढ़े
August 14, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार यौम-ए-आज़ादी (स्वतंत्रता दिवस) और उर्दू किताबें डॉक्टर आज़म की कलम से…. यौम-ए-आज़ादी (स्वतंत्रता दिवस) और उर्दू किताबें स्वतंत्रता दिवस, देश विभाजन, आज़ादी के बाद के भारत और पाकिस्तान... और पढ़े
July 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार यह है उर्दू की ऑलटाइम बेस्टसेलर फंतासी डॉ. आज़म की कलम से…. यह है उर्दू की ऑलटाइम बेस्टसेलर फंतासी यह उर्दू की सर्वाधिक लोकप्रिय मसनवियों में से एक है। इस... और पढ़े
July 15, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार अपने वक़्त में ही कल्ट बन गयी थी यह इश्किया मसनवी अपने वक़्त में ही कल्ट बन गयी थी यह इश्किया मसनवी “शौक़ का अस्ल काम दरअस्ल ये है कि उन्होंने लखनवी क़िस्सागोई... और पढ़े