आपदा एवं संकटकाल के नायकों को सलाम

विश्व मानवतावादी दिवस के संदर्भ में प्रमोद दीक्षित मलय की कलम से…. आपदा एवं संकटकाल के नायकों को सलाम           कालचक्र का अविराम गतिमान रहना...

पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी : भाग-16

कवियों की भाव-संपदा,​ विचार-वीथिका और संवेदन-विश्व को खंगालती इस डायरी का मक़सद प्रकाशन पूर्व पाठक-लेखक संवाद बनाना है… जयप्रकाश मानस की कलम से…. पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी...

‘बादल’ पर 8 समकालीन गद्य कविताएं

प्रस्तुति: ब्रज श्रीवास्तव (संपादक- गद्य कविता प्रस्तुति) ‘बादल’ पर 8 समकालीन गद्य कविताएं              प्रकृति का सबसे ज़्यादा जीवंत उत्सव है बारिश, जो बादलों...

याद आते रहेंगे कलाविद् वास्तुकार आदित्य प्रकाश..

याद आते रहेंगे कलाविद् वास्तुकार आदित्य प्रकाश..                           चंडीगढ़। ‘ज़िंदगी रिटायर नहीं होती’ नाटक के मंचनार्थ मध्य...

हिंदोस्तानी तहज़ीब का दस्तावेज़ है ‘सरयू से गंगा’

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...

कितनी त्रासद होती है आग?

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी : भाग-15

कवियों की भाव-संपदा,​ विचार-वीथिका और संवेदन-विश्व को खंगालती इस डायरी का मक़सद प्रकाशन पूर्व पाठक-लेखक संवाद बनाना है… जयप्रकाश मानस की कलम से…. पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी...

“जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे”

मिथलेश रॉय की कलम से…. जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे             समय की रहगुज़र से गुज़रते हुए हम कहां चले जा रहे...