इंद्रधनुष-3 : द्विजेंद्र द्विज

इंद्रधनुष-3 : द्विजेंद्र द्विज   (ग़ज़लिया शायरी में जो ‘हिंदी ग़ज़ल’ धारा बह रही है, उसके प्रमुख समकालीन रचनाकारों में द्विजेंद्र द्विज का नाम शामिल है। हिंदी के साथ...

रंग

ललित व्यंग्य पंकज निनाद की कलम से…. रंग                पूत के पाँव पालने में दिखने लगे थे। वह अपने पिता पर ही गया...

पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए कलाकारों ने जुटाये 11 लाख

फ्रांस ने 14, अमेरिका ने 4, ऑस्ट्रेलिया ने एक और दैनिक भास्कर ने भी एक कलाकृति खरीदी बाढ़ पीड़ितों के लिए कलाकारों ने जुटाये 11 लाख      ...

चंद्रकांता: प्रासंगिकता और आलोचना के प्रश्न

गूंज बाक़ी… पिछली पीढ़ियों के यादगार पन्ने हर गुरुवार। वर्षों पहले राजकमल पेपरबैक्स से प्रकाशित ‘चंद्रकांता’ के लिए प्रसिद्ध लेखक-संपादक राजेंद्र यादव ने चालीस से भी अधिक पन्नों की...

भाषा, साहित्य और कथक की त्रिवेणी: एक विवेचन

कला वार्ता स्वरांगी साने की कलम से…. भाषा, साहित्य और कथक की त्रिवेणी: एक विवेचन                   वे हिंदी साहित्य के छात्र...

‘मजाज़ हूं सरफ़रोश हूं मैं’ का विमोचन

विचार विमर्श और पुस्तक विमोचन के नाम रहा ‘जनवादी लेखक संघ’ का राष्ट्रीय सम्मेलन ‘मजाज़ हूं सरफ़रोश हूं मैं’ का विमोचन              ‘जनवादी लेखक...

साहित्य की बातों को बुनने का जुनून ‘साकीबा’

साकीबा का दसवाँ वार्षिक समारोह: कहानियों, कविताओं, ग़ज़लों के नाम एक दिन और अतिथि कवियों-कलाकारों का सम्मान साहित्य की बातों को बुनने का जुनून ‘साकीबा’        ...

करियर, रिश्तों और व्यक्तित्व विकास के सूत्र थमाती किताब

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...

सज़ा

लोकरंग की लघुकथा पंकज निनाद की कलम से…. सज़ा              जबसे उसने होश संभाला था, वो तीन सरकारें बदलते देख चुका था। सब कुछ...