विज़न 2035: भारत में स्वास्थ्य निगरानी- वरदान या ख़तरा?

विश्लेषण और चिंता डॉ. आलोक त्रिपाठी की कलम से…. विज़न 2035: भारत में स्वास्थ्य निगरानी- वरदान या ख़तरा?              भारत ने 4 दिसम्बर 2020...

पानी की कहानी… अनुपम मिश्र से आमिर खान की बातचीत

‘आज भी खरे हैं तालाब’ अनुपम मिश्र के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि नहीं है, यह तो उनकी उपलब्धियों के महान कोष का एक छोटा-सा हिस्सा है। अनुपम मिश्र...

‘खरे हैं तालाब’ बस किताब नहीं, जीने का मंत्र-साझा परंपरा

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...

छाया गांगुली की आवाज़ के साथ थोड़ा-सा रूमानी हो जाएं

पाक्षिक ब्लॉग वि​वेक सावरीकर ‘मृदुल’ की कलम से…. छाया गांगुली की आवाज़ के साथ थोड़ा-सा रूमानी हो जाएं              अमोल पालेकर निर्मित और निर्देशित...

कविता अपने समय को व्यक्त कर पा रही है?

पाक्षिक ब्लॉग राजा अवस्थी की कलम से…. कविता अपने समय को व्यक्त कर पा रही है? मनुष्य सभ्यता के इतिहास में या कहें कि मनुष्य सभ्यता के विकास को...

राजेंद्र कृष्ण का कारनामा—13 मिनिट में गांधी का ज़िन्दगी—नामा

पाक्षिक ब्लॉग ज़ाहिद ख़ान की कलम से…. राजेंद्र कृष्ण का कारनामा—13 मिनिट में गांधी का ज़िन्दगी—नामा फ़िल्मी दुनिया में राजेन्द्र कृष्ण वह गीतकार हैं, जिन्होंने हिन्दी फ़िल्मों की कहानी,...

शहर के जिस्म में गांव की मिट्टी की महक

पाक्षिक ब्लॉग आशीष दशोत्तर की कलम से…. शहर के जिस्म में गांव की मिट्टी की महक              शाइरी अब रवायती मौज़ूआत से अलहदा राहों...

वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’              प्रतिष्ठित कथाकार हरियश राय का उपन्यास ‘दहन’ पढ़ा,...

नीता पहाड़िया… निरंतर कुछ अलग खोजती कलाकार

पाक्षिक ब्लॉग प्रीति निगोसकर की कलम से…. नीता पहाड़िया… निरंतर कुछ अलग खोजती कलाकार             हमने इस बार नीता पहाड़िया से बातचीत की है।...