जनकवि हूं साफ़ कहूंगा क्यों हकलाऊं..?
जनकवि हूं साफ़ कहूंगा क्यों हकलाऊं..? जनता पूछ रही क्या बतलाऊं, जनकवि हूं साफ़ कहूंगा क्यों हकलाऊं बाबा नागार्जुन इन पंक्तियों में स्पष्ट शब्दों में कहते हैं कि वे...