ज्ञानरंजन के अंतर्विरोध

साहित्य जगत में चर्चा है अंजुम शर्मा द्वारा ज्ञानरंजन के साक्षात्कार की। प्रतिक्रियाओं के बीच कुछ मुद्दों और प्रवृत्तियों को कठघरे में खड़ा करती है य​ह टिप्पणी। विवेकरंजन मेहता...

मान

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

रतन थियम: सांस्कृतिक प्रतिरोध की आवाज़

रतन थियम: सांस्कृतिक प्रतिरोध की आवाज़             सामाजिक सरोकारों के बिना कला उतनी ही हास्यास्पद लगती है, जितनी किसी नग्न आदिवासी के हाथ में...

सैर कर ग़ाफ़िल…: एक कलाकार की यूरोप डायरी-8

(शब्द और रंग, दोनों दुनियाओं में बेहतरीन दख़ल रखने वाली प्रवेश सोनी हाल ही, क़रीब महीने भर की यूरोप यात्रा से लौटी हैं। कवि और कलाकार की नज़र से,...

पुस्तक समीक्षा: ‘आचार्य’… लेखकों की भीतरी दुनिया का एक दृश्य

पुस्तक समीक्षा: ‘आचार्य’… लेखकों की भीतरी दुनिया का एक दृश्य              कहा जाता है हर वह जगह जहाँ एकाधिक व्यक्ति रहते हैं, रंगमंच हो...

पाठक को गरिमा देता है उपन्यास ‘पहले आदमी की तलाश’

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...