धर्म के नाम पर अलगाना अपराध, मेरी कथाएं प्रतिकार: प्रीत

अवधेश प्रीत (13.01.1958-12.11.2025) का नाम समकालीन कथा साहित्य में परिचय का मोहताज नहीं। इसी 12 नवंबर को उनका देहांत साहित्य जगत को झकझोर गया है। यहां उनका वह साक्षात्कार...

‘वाद’ के आधार पर नहीं रचा जाता साहित्य: नमिता सिंंह

नमिता सिंह (4 अक्टूबर 1943) … कथा साहित्य का सुपरिचित एवं स्थापित नाम। जनवादी लेखक संघ की पदाधिकारी, प्राध्यापक, ‘वर्तमान साहित्य’ जैसी पत्रिकाओं की संपादक जैसे दायित्वों के बीच...

पानी की कहानी… अनुपम मिश्र से आमिर खान की बातचीत

‘आज भी खरे हैं तालाब’ अनुपम मिश्र के जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि नहीं है, यह तो उनकी उपलब्धियों के महान कोष का एक छोटा-सा हिस्सा है। अनुपम मिश्र...

धरती से रिश्ता पनपना मेरी नियति में था: मनोज कुमार

रस उन आँखों में है, कहने को ज़रा-सा पानी. आरज़ू लखनवी का शुमार उन शायरों में होता है, जिन्होंने न सिर्फ़ अपना नाम उर्दू अदब में सुनहरे हुरूफ़ में...

कवि सम्मेलनों में ठेकेदारी आ गयी: गोपालदास नीरज

कवि सम्मेलनों में ठेकेदारी आ गयी: गोपालदास नीरज                4 जनवरी 1925 को जन्मे गोपालदास नीरज परिचय के मोहताज नहीं हैं। फ़िल्मी गीत...

दुष्यंत कुमार से बहुत ​आगे निकल चुकी आज की ग़ज़ल: नीरज

दुष्यंत कुमार से बहुत ​आगे निकल चुकी आज की ग़ज़ल: नीरज                 4 जनवरी 1925 को जन्मे गोपालदास नीरज परिचय के मोहताज...

अनुवाद में राजनीति और लेखन बनाम अनुवाद

अनुवाद में राजनीति और लेखन बनाम अनुवाद                 प्रसंगवश… कन्नड़ लेखक बानू मुश्ताक़ को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार मिला तो अनुवाद चर्चा में...

भाषा : राजनीति, लोक और एआई युग के मुद्दे

भाषा : राजनीति, लोक और एआई युग के मुद्दे भारत के पीपल्स लिंंग्विस्टिक सर्वे के माध्यम से 780 भाषाओं का दस्तावेज़ीकरण करने वाले गणेश नारायणदास देवी सांस्कृतिक कार्यकर्ता, साहित्य...