‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. ‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां             हरि मृदुल का कथा संग्रह ‘हंगल साहब ज़रा हंस...

हिम्मत-हौसले के धागों से बुनी स्त्रियों की कहानियां

पुस्तक परिचय: बकुला घासवाला की कलम से…. हिम्मत-हौसले के धागों से बुनी स्त्रियों की कहानियां            दिव्याजी का नाम मेरे लिए आदरणीय है। जब ‘ख़ुदी...

कितनी त्रासद होती है आग?

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

एक बार फिर सुधा अरोड़ा की कहानियों से गुज़रते हुए

नमिता सिंह की कलम से…. एक बार फिर सुधा अरोड़ा की कहानियों से गुज़रते हुए               हमारे समय की बेहद विशिष्ट कथाकार सुधा...

नई कहानी और महिला कथाकार

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...