42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल!

पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. 42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल!             पहली बार 1958 में प्रकाशित ‘ख़ुदा की बस्ती’...

क्या कहती हैं पाकिस्तान की इन लेखकों की कहानियां?

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. क्या कहती हैं पाकिस्तान की इन लेखकों की कहानियां?           ‘मसरूफ़ औरत’ दो वर्ष पहले रेख़्ता पब्लिकेशन द्वारा...