August 14, 2025 आब-ओ-हवा कुछ फ़िल्म कुछ इल्म “जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे” मिथलेश रॉय की कलम से…. जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे समय की रहगुज़र से गुज़रते हुए हम कहां चले जा रहे... Continue Reading
August 14, 2025 आब-ओ-हवा उड़ जाएगा हंस अकेला आत्मा को झकझोरता ‘नवरंग’ का वो प्रेरक गीत विवेक सावरीकर मृदुल की कलम से…. आत्मा को झकझोरता ‘नवरंग’ का वो प्रेरक गीत वर्ष 1959 में प्रदर्शित शांताराम बापू की सदाबहार... Continue Reading