तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने               युवा लेखक सलीम सरमद साहित्य के गंभीर अध्येता...

वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. वर्तमान की विडंबना का आईना है उपन्यास ‘दहन’              प्रतिष्ठित कथाकार हरियश राय का उपन्यास ‘दहन’ पढ़ा,...

कितनी त्रासद होती है आग?

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...