गीत अब रंजना गुप्ता द्वन्द कोलाहल जटिल संवेदनाहै कदाचित यह समयनिर्मम समय गिद्ध जैसी दृष्टि से दिन रात सब कुछ लीलतावंचनाओं की वही गोठिल दुधारी छीलतासब निरर्थक वाद हैं...
गीत तब देवेंद्र शर्मा ‘इंद्र’ हम जीवन के महाकाव्य हैंकेवल छन्द प्रसंग नहीं हैं कंकड़-पत्थर की धरती हैअपने तो पाँवों के नीचेहम कब कहते बन्धु! बिछाओस्वागत में मखमली गलीचेरेती...
ललिता-रफ़ी के सुरों की देसी मिठास किशोर साहू निर्देशित “नदिया के पार” में नायिका कामिनी कौशल और नायक दिलीप कुमार पर एक बड़ा ही दिलकश दोगाना फ़िल्माया गया था-...
मीर अम्मन का ‘बाग़-ओ-बहार’ फ़ोर्ट विलियम कॉलेज में जॉन गिलक्रिस्ट की फ़रमाइश पर मीर अम्मन देहलवी ने मीर हुसैन अता तहसीन की “नौ तर्ज़-ए-मुरस्सा” से लाभ उठाकर बाग़-ओ-बहार...