नलिनी जयवंत, जो पहली ही फ़िल्म से बनी स्टार

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. नलिनी जयवंत, जो पहली ही फ़िल्म से बनी स्टार            रविवार का दिन है, बच्चन चाचा मुहल्ले के...

मोतीलाल, हिन्दी सिनेमा का पहला नैचुरल अभिनेता

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. मोतीलाल, हिन्दी सिनेमा का पहला नैचुरल अभिनेता             उन दिनों नया बस स्टैंड बन रहा था, कंस्ट्रक्शन...

मखमली आवाज़ से जादू करने आया फ़नकार: तलत महमूद

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. मखमली आवाज़ से जादू करने आया फ़नकार: तलत महमूद                शहर में कुछ लोग ऐसे भी...

कौन था हिन्दी सिनेमा का पहला ‘जुबली कुमार’

नियमित ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. कौन था हिन्दी सिनेमा का पहला ‘जुबली कुमार’              बरसात बीत चुकी है। अक्टूबर के पहले सप्ताह...

हिन्दी सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार

नियमित ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. हिन्दी सिनेमा की पहली महिला सुपरस्टार             बड़का जी ऐसे आदमी थे, जिन्हें कॉलोनी का बड़ा बूढ़ा...

बड़ी अनोखी थी प्लेबैक गायकी की पहली-पहली आवाज़

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश रॉय की कलम से…. बड़ी अनोखी थी प्लेबैक गायकी की पहली-पहली आवाज़              ब्लैक एंड व्हाइट सिनेमा और उसके दशकों की...

मम्मी की फिल्मी यादें और कल्पना की दास्तान

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश रॉय की कलम से…. मम्मी की फिल्मी यादें और कल्पना की दास्तान            मम्मी जी ज़मींदार घर से थीं, ब्याह भी वैसे...

“जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे”

मिथलेश रॉय की कलम से…. जय-जय जननी जन्मभूमि, हम बालक हैं तेरे             समय की रहगुज़र से गुज़रते हुए हम कहां चले जा रहे...

‘वो अक्सर याद आते हैं’ यानी एक भूला-बिसरा अभिनेता

मिथलेश रॉय की कलम से…. ‘वो अक्सर याद आते हैं’ यानी एक भूला-बिसरा अभिनेता               गुलशेर भाई जितना मीठा बोलते थे, उतना ही...

‘दिलीप-देव-राज कपूर उसके सामने थे ही क्या!’

‘दिलीप-देव-राज कपूर उसके सामने थे ही क्या!’               सरदार दिलीप सिंह उर्फ दलीप सिंह आज मुझसे नाराज़ हैं। उन्होंने बोलना शुरू किया ‘मैं...