October 15, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श गीत विमर्श की इस यात्रा का नया मोड़ नियमित ब्लॉग राजा अवस्थी की कलम से…. गीत विमर्श की इस यात्रा का नया मोड़ आब-ओ-हवा के तीसरे अंक से ‘समकाल का नवगीत... और पढ़े
September 30, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श नवगीत क्या है? नियमित ब्लॉग राजा अवस्थी की कलम से…. नवगीत क्या है? कविता ने अब तक ज्ञात-अज्ञात कई-कई रूप धरे हैं। सृजनधर्मियों ने... और पढ़े
September 14, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श कविता अपने समय को व्यक्त कर पा रही है? पाक्षिक ब्लॉग राजा अवस्थी की कलम से…. कविता अपने समय को व्यक्त कर पा रही है? मनुष्य सभ्यता के इतिहास में या कहें कि मनुष्य सभ्यता के विकास को... और पढ़े
August 30, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श साहित्य की सकारात्मक दृष्टि पाक्षिक ब्लॉग राजा अवस्थी की कलम से…. साहित्य की सकारात्मक दृष्टि साहित्कार, साहित्य, दर्शन और आलोचना के लिए दृष्टि महत्वपूर्ण है। दृष्टि के... और पढ़े
August 14, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श कविता की आज़ादी का पर्व? राजा अवस्थी की कलम से…. कविता की आज़ादी का पर्व? 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, आज़ादी का पर्व जब हम मना रहे हैं, तो यह सोचने की बात है, कि... और पढ़े
July 30, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श प्रगीत से नवगीत राजा अवस्थी की कलम से…. प्रगीत से नवगीत गीत कविता का शाश्वत रूप है। कविता चाहे जितने रूपों में स्वयं को प्रस्तुत करे,... और पढ़े
July 15, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श जड़ ब्राह्मणवाद से ग्रसित साहित्य समाज जड़ ब्राह्मणवाद से ग्रसित साहित्य समाज साहित्य बड़ी ऊँची चीज़ है। साहित्य किसी आदमी के साहित्यकार बनते ही उसे भी ऊँची चीज़... और पढ़े
June 30, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-2 कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-2 …पिछले अंक से जारी पिछले सत्तर साल से जिसे कविता कहा जा रहा है, उसकी उपस्थिति समाज में शून्य है। और विनोद कुमार शुक्ल... और पढ़े
June 15, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-1 कविता, लोकप्रियता और ब्राह्मणवाद-1 हिन्दी गद्य कविता के बड़े कवि, उपन्यासकार विनोद कुमार शुक्ल कभी चर्चा में थे, किन्तु लम्बे समय से... और पढ़े
May 30, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श लोक के बीच पहुंचने का रास्ता हो सकता है कवि सम्मेलन? लोक के बीच पहुंचने का रास्ता हो सकता है कवि सम्मेलन? जबकि यह प्रमाणित है कि किसी भी तरह के साहित्य अथवा कला का जीवन लोक के भीतर ही... और पढ़े