July 15, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई मात्राभार गणना : एक मनोरंजक विधि मात्राभार गणना : एक मनोरंजक विधि ग़ज़लकार कई बार शब्द विशेष के मात्रा भार को लेकर भ्रम में पड़ जाते हैं। यूं... और पढ़े
June 30, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई तरह : तरह-तरह से तरह : तरह-तरह से ग़ज़ल कड़े अनुशासन की पक्षधर है। यहाँ ज़रा-सी कमी होने पर गाड़ी पटरी से उतर जाती है। सबसे बड़ी चुनौती है छंद के अनुपालन की।... और पढ़े
June 15, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई मात्रा पतन: कुछ विशेष तथ्य-3 मात्रा पतन: कुछ विशेष तथ्य-3 ये पसीना वही आंसू हैं जो पी जाते थे हम“आरज़ू” लो वो खुला भेद वो टूटा पानी इस शे’र की पहली पंक्ति और दूसरी... और पढ़े
May 30, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई मात्रा पतन: कुछ विशेष तथ्य-2 मात्रा पतन: कुछ विशेष तथ्य-2 दो शे’र देखिए :“नहीं एक दिन सर पे आवे क़यामत “हो” जाओगे तुम सख़्तो-ग़म धीरे-धीरे” “ये... और पढ़े
May 15, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई मात्रा पतन : कुछ विशेष तथ्य मात्रा पतन : कुछ विशेष तथ्य ग़ज़ल और अन्य काव्य विधाओं में एक बड़ा अंतर लय को लेकर है। छंदमुक्त कविता में भी आंतरिक लय होती है जिसके... और पढ़े
May 3, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई “था “और “है” की गुत्थी “था “और “है” की गुत्थी ये मुझे चैन क्यों नहीं पड़ता एक ही शख़्स था जहान में क्या यह एक प्रसिद्ध शे’र है। मनुष्य अपनी संवेदनाओं को खंगालकर यह... और पढ़े
April 30, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई शाइरी की रेल-शब्दों के पुल शाइरी की रेल-शब्दों के पुल प्रत्येक कलाकार इस तथ्य की पुष्टि करेगा कि वे विशेष क्षण होते हैं, जब मन-मस्तिष्क एक आवेश से संचालित होकर कला के नये... और पढ़े
April 26, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई थोड़ा है, थोड़े की ज़रूरत है शेरगोई “थोड़ा है, थोड़े की ज़रूरत है” विजय कुमार स्वर्णकार जिस तरह शे’र में भर्ती के शब्द जाने-अनजाने अपनी जगह बना लेते हैं, उसी तरह कभी-कभी कुछ ज़रूरी शब्द... और पढ़े