ज़रूरी सामाजिक प्रश्न उठाते हैं अवधेश प्रीत

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. ज़रूरी सामाजिक प्रश्न उठाते हैं अवधेश प्रीत             ‘नृशंस’ हमारे समय के प्रतिष्ठित और वरिष्ठ पत्रकार अवधेश...

जादू

प्रकृति जब अपने विराट् रूप में खुलती है, तब दरअसल मन के भीतर के रहस्यों के खुलने की घटना होती है। कथा साहित्य में पहचान बना रहीं शशि खरे...

द्वितीय विश्वयुद्ध का कथानक और आज के संदर्भ

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. द्वितीय विश्वयुद्ध के कथानक में आज के संदर्भ                  मेरे एक मित्र ने, जो हमारे...

‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां

पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. ‘हंगल साहब…’ अपने ही अंदाज़ की कहानियां             हरि मृदुल का कथा संग्रह ‘हंगल साहब ज़रा हंस...

नई कहानी और महिला कथाकार

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...