• July 28, 2025
  • आब-ओ-हवा

अंक – 32

आब-ओ-हवा – अंक – 32 भाषाओं के साथ ही साहित्य, कला और परिवेश के बीच पुल बनाने की इस कड़ी में पहली जयंती के उपलक्ष्य पर विशेष तौर से...

‘इतिहास के हाशिये पर न रहे महुआ डाबर’

महुआ डाबर के अतीत की वीरगाथा को उचित स्थान दिलाने के उद्देश्य से ऑनलाइन संवाद में हुआ गहन विमर्श… ‘इतिहास के हाशिये पर न रहे महुआ डाबर’    ...

प्लांट फ़िज़ियोलॉजी: ‘जीवन’ प्रश्न के उत्तर की ओर

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

नई कहानी और महिला कथाकार

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी : भाग-9

कवियों की भाव-संपदा,​ विचार-वीथिका और संवेदन-विश्व को खंगालती इस डायरी का मक़सद प्रकाशन पूर्व पाठक-लेखक संवाद बनाना है… जयप्रकाश मानस की कलम से…. पूर्वपाठ — एक कवि की डायरी...

ज्ञानरंजन के अंतर्विरोध

साहित्य जगत में चर्चा है अंजुम शर्मा द्वारा ज्ञानरंजन के साक्षात्कार की। प्रतिक्रियाओं के बीच कुछ मुद्दों और प्रवृत्तियों को कठघरे में खड़ा करती है य​ह टिप्पणी। विवेकरंजन मेहता...

मान

‘मान’ सहज व रोचक अंदाज़ में उस परिदृश्य को सामने लाती है, जो इस शती के पूर्वार्द्ध तक के समाज की तस्वीर रहा है। अंत में कहानी के पारंपरिक...

रतन थियम: सांस्कृतिक प्रतिरोध की आवाज़

रतन थियम: सांस्कृतिक प्रतिरोध की आवाज़             सामाजिक सरोकारों के बिना कला उतनी ही हास्यास्पद लगती है, जितनी किसी नग्न आदिवासी के हाथ में...