(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...
बरसात पर 11 समकालीन हिंदी कविताएं प्रस्तुति – ब्रज श्रीवास्तव, विदिशा 1रस्सियाँ रस्सियों को अफ़सोस हैवे इस सावन मेंपेड़ों तक नहीं पहुँच पायीं नहीं पहुँच पायीं हवाओं तकनहीं पहुँच...