सैर कर ग़ाफ़िल…: एक कलाकार की यूरोप डायरी-8

(शब्द और रंग, दोनों दुनियाओं में बेहतरीन दख़ल रखने वाली प्रवेश सोनी हाल ही, क़रीब महीने भर की यूरोप यात्रा से लौटी हैं। कवि और कलाकार की नज़र से,...

पुस्तक समीक्षा: ‘आचार्य’… लेखकों की भीतरी दुनिया का एक दृश्य

पुस्तक समीक्षा: ‘आचार्य’… लेखकों की भीतरी दुनिया का एक दृश्य              कहा जाता है हर वह जगह जहाँ एकाधिक व्यक्ति रहते हैं, रंगमंच हो...

पाठक को गरिमा देता है उपन्यास ‘पहले आदमी की तलाश’

(विधाओं, विषयों व भाषाओं की सीमा से परे.. मानवता के संसार की अनमोल किताब -धरोहर- को हस्तांतरित करने की पहल। जीवन को नये अर्थ, नयी दिशा, नयी सोच देने...

कवि सम्मेलनों में ठेकेदारी आ गयी: गोपालदास नीरज

कवि सम्मेलनों में ठेकेदारी आ गयी: गोपालदास नीरज                4 जनवरी 1925 को जन्मे गोपालदास नीरज परिचय के मोहताज नहीं हैं। फ़िल्मी गीत...

बरसात पर 11 समकालीन हिंदी कविताएं

बरसात पर 11 समकालीन हिंदी कविताएं प्रस्तुति – ब्रज श्रीवास्तव, विदिशा 1रस्सियाँ रस्सियों को अफ़सोस हैवे इस सावन मेंपेड़ों तक नहीं पहुँच पायीं नहीं पहुँच पायीं हवाओं तकनहीं पहुँच...

आप जैसा कोई: आपको कहां पहुंचाती है फ़िल्म?

आप जैसा कोई: आपको कहां पहुंचाती है फ़िल्म?           हाल ही “आप जैसा कोई” नाम की हिन्दी फ़िल्म नेट​फ़्लिक्स पर रिलीज़ हुई है, जो चर्चा...