पुस्तक समीक्षा: विरल अनुभूति के कुशल शिल्पी

पुस्तक समीक्षा : विरल अनुभूति के कुशल शिल्पी सुशील कुमार              वर्ष-2024 में आलोचक-कवि सुशील कुमार का संग्रह आया-“पानी भीतर पनसोखा”। इसके पहले विचारशिल्पी...

इंद्रधनुष-1 : मेराज अहमद मेराज

इंद्रधनुष-1 : मेराज अहमद मेराज   (उर्दू शायरी की दुनिया में मेराज अहमद मेराज का नाम अदब से लिया जाता है। दर्जन भर से ज़ियादा किताबें शाए हो चुकी...

अंतिम तिथि से पहले भेजें “कलामित्र पुरस्कार” के लिए प्रविष्टि

अंतिम तिथि से पहले भेजें “कलामित्र पुरस्कार” के लिए प्रविष्टि ….हिन्दीसेवी, वनमित्र श्री काशीनाथ जोशी की स्मृति में लगातार तीसरे साल आयोजन, पुरस्कार वितरण के साथ ही कला प्रदर्शनी...

‘फासीवादी विभाजनकारी प्रवृति के ख़िलाफ़ एकता’ का आह्वान

‘फासीवादी विभाजनकारी प्रवृति के ख़िलाफ़ एकता’ का आह्वान …इस थीम पर केंद्रित होगा जन संस्कृति मंच का 17वां राष्ट्रीय सम्मेलन, 300 लेखक, कलाकार और बुद्धिजीवी रांची में जुटेंगे  ...

उपेक्षितों का चित्रण और पिकासो का नीला काल

उपेक्षितों का चित्रण और पिकासो का ‘नीला काल’               यदि हज़ारों वर्षों के विश्व चित्रकला इतिहास में से पाँच श्रेष्ठ चित्रकारों को चुना...

सैर कर ग़ाफ़िल…: एक कलाकार की यूरोप डायरी-6

रस उन आँखों में है, कहने को ज़रा-सा पानी. आरज़ू लखनवी का शुमार उन शायरों में होता है, जिन्होंने न सिर्फ़ अपना नाम उर्दू अदब में सुनहरे हुरूफ़ में...

महासमुंद: पेड़ों की लाश पर बदस्तूर जारी है विकास

महासमुंद: पेड़ों की लाश पर बदस्तूर जारी है विकास              शहर के बीच से गुज़र रहे राजमार्ग पर सैकड़ों पेड़ों को पेन्सिल की तरह...