October 31, 2025 आब-ओ-हवा नज़रिया टीम इंडिया की मानसिक जीत, भय-मुक्त क्रिकेट है संदेश सेमीफाइनल में रिकॉर्ड-ब्रेकिंग चेज़ और जेमिमा रोड्रिग्स की असाधारण गाथा ने भारतीय महिला क्रिकेट में नया अध्याय जोड़ा है। भारत का ऑस्ट्रेलिया को मात देकर फाइनल में पहुंचने के... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा शेरगोई क़ाफ़िया कैसे बांधें : भाग-3 पाक्षिक ब्लॉग विजय स्वर्णकार की कलम से…. क़ाफ़िया कैसे बांधें : भाग-3 क़ाफ़ियों में किसी अक्षर की क़ैद के बारे में यह तो स्पष्ट... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा नज़रिया विकास अवधारणा, बिजली परियोजनाएं और संकट में हिमालय विवेक रंजन श्रीवास्तव की कलम से…. विकास अवधारणा, बिजली परियोजनाएं और संकट में हिमालय मानवीय हस्तक्षेप और जलवायु परिवर्तन के गठजोड़ ने हिमालय की... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा ग़ज़ल: लौ और धुआं ज़ालिम दौर में मासूम शाइरी की आवाज़ पाक्षिक ब्लॉग आशीष दशोत्तर की कलम से…. ज़ालिम दौर में मासूम शाइरी की आवाज़ शाइरी किसी की ख़ुशामद नहीं करती, उंगली उठाती... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा हम बोलेंगे 150 करोड़ दीये जलाने का रिकॉर्ड बन पाएगा? पाक्षिक ब्लॉग भवेश दिलशाद की कलम से…. 150 करोड़ दीये जलाने का रिकॉर्ड बन पाएगा? शहर के अंधेरे को इक चराग़ काफ़ी है ... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा तरक़्क़ीपसंद तहरीक की कहकशां अख़्तरुल ईमान: उर्दू अदब में जदीद नज़्मों की इब्तिदा पाक्षिक ब्लॉग ज़ाहिद ख़ान की कलम से…. अख़्तरुल ईमान: उर्दू अदब में जदीद नज़्मों की इब्तिदा अख़्तरुल ईमान अपने दौर के संजीदा शायर... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा क़िस्सागोई मैं कौन हूँ! पुराना सवाल नये ढंग से पूछता ‘काकुलम’ पाक्षिक ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. मैं कौन हूँ! पुराना सवाल नये ढंग से पूछता ‘काकुलम’ भरत प्रसाद का उपन्यास ‘काकुलम’ पिछले... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा तख़्ती जेंडर तटस्थ स्कूली पोशाक और समावेशी समझ पाक्षिक ब्लॉग आलोक कुमार मिश्रा की कलम से…. जेंडर तटस्थ स्कूली पोशाक और समावेशी समझ विद्यालयों में बच्चों के लिए एक जैसी वर्दी... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा गूंजती आवाज़ें हस्बे-हाल, सुख़न और उबैदुल्लाह अलीम पाक्षिक ब्लॉग सलीम सरमद की कलम से…. हस्बे-हाल, सुख़न और उबैदुल्लाह अलीम फ़िक्र की ठोस ज़मीन अब नदारद है। अहसास की बुनियादें खोखली... Continue Reading
October 30, 2025 आब-ओ-हवा उर्दू के शाहकार आज भी मिसाल है यह 200 साल पुरानी किताब पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. आज भी मिसाल है यह 200 साल पुरानी किताब सैयद इंशा अल्लाह ख़ान “इंशा” और मिर्ज़ा... Continue Reading