• November 30, 2025
  • आब-ओ-हवा

अंक – 40

आब-ओ-हवा – अंक – 40 भाषाओं के साथ ही साहित्य, कला और परिवेश के बीच पुल बनाने की इस कड़ी में धर्मेंद्र, कामिनी कौशल जैसे कलाकारों के साथ ही...

लकदक बाज़ार में गुमसुम किरदार

पाक्षिक ब्लॉग आशीष दशोत्तर की कलम से…. लकदक बाज़ार में गुमसुम किरदार              फ़िक्रो-फ़न के ऐतबार से शाइरी ने नये मौज़ूआत को हर वक़्त...

हिंदी व्यंग्य स्तंभ-लेखन की परंपरा और समकाल

पाक्षिक ब्लॉग अरुण अर्णव खरे की कलम से…. हिंदी व्यंग्य स्तंभ-लेखन की परंपरा और समकाल              हिंदी व्यंग्य को लोकप्रिय बनाने में स्तंभ-लेखन की...

अस्मिता व पहचान के लिए कविता है एक मुहिम

पाक्षिक ब्लॉग रति सक्सेना की कलम से…. अस्मिता व पहचान के लिए कविता है एक मुहिम जब हम कृत्या-2010 कवितोत्सव मना रहे थे, तब मुझे तेनजिन त्सुंडु के बारे...

बच्चे कैसे पढ़ें धर्मनिरपेक्षता का पाठ!

पाक्षिक ब्लॉग आलोक कुमार मिश्रा की कलम से…. बच्चे कैसे पढ़ें धर्मनिरपेक्षता का पाठ!              शिक्षा के लक्ष्यों में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य यह है...

42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल!

पाक्षिक ब्लॉग डॉ. आज़म की कलम से…. 42 भाषाओं में छपा उर्दू का इकलौता नॉवेल!             पहली बार 1958 में प्रकाशित ‘ख़ुदा की बस्ती’...

नलिनी जयवंत, जो पहली ही फ़िल्म से बनी स्टार

पाक्षिक ब्लॉग मिथलेश राय की कलम से…. नलिनी जयवंत, जो पहली ही फ़िल्म से बनी स्टार            रविवार का दिन है, बच्चन चाचा मुहल्ले के...

लता और गीता दत्त के पहले-पहले गाने और कामिनी कौशल

पाक्षिक ब्लॉग विवेक सावरीकर मृदुल की कलम से…. लता और गीता दत्त के पहले गाने और कामिनी कौशल            अपने ज़माने की मशहूर नायिका और...

मेरा नारा इंक़िलाब-ओ-इंक़िलाब-ओ-इंक़िलाब

पाक्षिक ब्लॉग ज़ाहिद ख़ान की कलम से…. मेरा नारा इंक़िलाब-ओ-इंक़िलाब-ओ-इंक़िलाब            उर्दू अदब में जोश मलीहाबादी वह आला नाम है, जो अपने इंक़लाबी कलाम से...

वास्तविक डेमोक्रैसी तभी जब डेमोग्राफी सायास न बदले

विवेक रंजन श्रीवास्तव की कलम से…. वास्तविक डेमोक्रैसी तभी जब डेमोग्राफी सायास न बदले              लोकतंत्र का आधार “जनता के लिए, जनता के द्वारा,...