विद्यालयों को आनंदघर बनाने की ज़रूरत

याद बाक़ी – प्रमोद दीक्षित मलय की कलम से…. विद्यालयों को आनंदघर बनाने की ज़रूरत               समाज एवं शिक्षकों के समक्ष विद्यालयों को...

विद्यालय को ‘आनंदघर’ बनाने में समुदाय की भूमिका

पत्र लेखन प्रमोद दीक्षित मलय की कलम से…. विद्यालय को ‘आनंदघर’ बनाने में समुदाय की भूमिका             आदरणीय अध्यक्ष एवं सदस्यगण, विद्यालय प्रबंध समिति...

‘दिवास्वप्न’ के लिए शिक्षकों के लिखे पत्रों की किताब जल्द

‘दिवास्वप्न’ के लिए शिक्षकों के लिखे पत्रों की किताब जल्द बांदा। विद्यालयों को एक ऐसा स्थल कैसा बनाया जाये, जहां शिक्षा देना और लेना एक बोझिल काम नहीं बल्कि...