August 14, 2025 आब-ओ-हवा ग़ज़ल: लौ और धुआं वतन की सांसों से वाबस्ता तहरीरों की शायरी आशीष दशोत्तर की कलम से…. वतन की सांसों से वाबस्ता तहरीरों की शायरी यौम-ए-आज़ादी हर दौर में शाइरी का हिस्सा रहा है। हो भी... Continue Reading
August 14, 2025 आब-ओ-हवा उड़ जाएगा हंस अकेला आत्मा को झकझोरता ‘नवरंग’ का वो प्रेरक गीत विवेक सावरीकर मृदुल की कलम से…. आत्मा को झकझोरता ‘नवरंग’ का वो प्रेरक गीत वर्ष 1959 में प्रदर्शित शांताराम बापू की सदाबहार... Continue Reading
August 14, 2025 आब-ओ-हवा समकाल का गीत विमर्श कविता की आज़ादी का पर्व? राजा अवस्थी की कलम से…. कविता की आज़ादी का पर्व? 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, आज़ादी का पर्व जब हम मना रहे हैं, तो यह सोचने की बात है, कि... Continue Reading