तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. तीसरा किरदार: कबीर और ग़ालिब के बहाने               युवा लेखक सलीम सरमद साहित्य के गंभीर अध्येता...

‘वाद’ के आधार पर नहीं रचा जाता साहित्य: नमिता सिंंह

नमिता सिंह (4 अक्टूबर 1943) … कथा साहित्य का सुपरिचित एवं स्थापित नाम। जनवादी लेखक संघ की पदाधिकारी, प्राध्यापक, ‘वर्तमान साहित्य’ जैसी पत्रिकाओं की संपादक जैसे दायित्वों के बीच...

द्वितीय विश्वयुद्ध का कथानक और आज के संदर्भ

नियमित ब्लॉग नमिता सिंह की कलम से…. द्वितीय विश्वयुद्ध के कथानक में आज के संदर्भ                  मेरे एक मित्र ने, जो हमारे...

हमज़मीन: व्यवस्था के अंतर्विरोध और प्रतिरोध की कहानियां

नमिता सिंह की कलम से…. हमज़मीन: व्यवस्था के अंतर्विरोध और प्रतिरोध की कहानियां               अवधेश प्रीत एक वरिष्ठ और प्रतिष्ठित कथाकार हैं। लंबे...