पहलगाम : श्वेत-श्याम… हक़ीक़त@कतरन ख़बर, ब्यौरे रिपोर्ट करना अलग बात है और मौक़े पर अपनी भावना, संवेदना दर्शाना अलग। कश्मीर के अख़बारों ने 22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम...
गीत अब रंजना गुप्ता द्वन्द कोलाहल जटिल संवेदनाहै कदाचित यह समयनिर्मम समय गिद्ध जैसी दृष्टि से दिन रात सब कुछ लीलतावंचनाओं की वही गोठिल दुधारी छीलतासब निरर्थक वाद हैं...
गीत तब देवेंद्र शर्मा ‘इंद्र’ हम जीवन के महाकाव्य हैंकेवल छन्द प्रसंग नहीं हैं कंकड़-पत्थर की धरती हैअपने तो पाँवों के नीचेहम कब कहते बन्धु! बिछाओस्वागत में मखमली गलीचेरेती...